अब ना और सताओ मुझको ,
मैंने मुस्काना सीख लिया है ,,
गर दुःख आये है आने दो ,
मैंने इनको टरकाना सीख लिया
है ,,
मांगो दिल हो जितना मांगो ,
अब मैंने बहाना सीख लिया
है,,
मत चौराहों का खौफ दिखाओ ,
मैंने आना जाना सीख लिया
है,,
वो मौतों के सौदागर है तो
क्या,
मैंने मर जाना सीख लिया है,,
तुम भी आओ झपटो न संकोच
करों,
मैंने हर रोज लुटाना सीख लिया है,,
जरा खुल कर घावो पर घाव
लगाओ ,
मैंने घाव सुखाना सीख लिया है ,,
न महंगाई कम है न
जिम्मेदारी ,
बस बोझ उठाना सीख लिया है
,,
ना आंशू कम है न गम ख़त्म हुये
,
बस दिल बहलाना सीख लिया है ,,
माँ अब तुम चाहो तो मर जाओ ,
अब मैंने खाना सीख लिया है ,,