Wednesday 22 April 2009

खुदा करे तेरी न ये जवानी रहे ,


खुदा करे तेरी न ये जवानी रहे ,

गुमान जिसपे वो न ये गुमानी रहे ॥

चंद चंद लम्हो को तड़पाया तुमने,,,

पास आया न अपना बनाया तुमने …

भरम की पली तू भरम में मिटे ,,,,

मेरे लिए तू जानी भी अनजानी रहे ,,,

खुदा करे तेरी न ये जवानी रहे ,

न शोहबत न शोहरत न नुरे रतन ॥

मरे तेरी जवानी ले जुदाई का कफ़न …

वफ़ा का सिला वेवफाई से दिया …।

मेरी न सही वेवफाई की निशानी रहे॥

खुदा करे तेरी न ये जवानी रहे ,

क्यों बददुआ दूँ मैं अपने से तुमको ॥

लानत मेरे इश्के मोहब्बत को ,,,,,,,

वेवफा से वफाई का अरमान यों

नजारे लाख देता पानी पानी रहे…

खुदा करे तेरी न ये जवानी रहे ,

खता तेरी क्या मैं ही गुनहगार था ,,

भटके दिल ने खोजा पत्थर में प्यार था ,,

लाख समझाया तुझको वफ़ा का सिला दे

न मिलन की चाहत है बस ये कहानी रहे

खुदा करे तेरी न ये जवानी रहे ,,

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