Wednesday 22 April 2009

अफगानी ईराकी जीत के मत हो खुश ,,,,



अफगानी ईराकी जीत के मत हो खुश ,

ये कायर अंग्रेजी टोनी बुश ,,
पामर ने पामर को मारा,,
पामर पामर से हारा,,
गर हिम्मत थी सम्मुख लड़ते ,,,

जंगे मैदा मे सम से भिड़ते ,,

चालाकी शेरो का गुड़। नहीं,,

शियारो की थाती है ,,

सिंहों को तो केवलजंगे मैदा ही भाती है,, ,

जंगे मैदा से जो हटता,,,

बो मा का पुत्र हरामी है ,,,

मा पे सर काट काट जो होम करे,,,

बो हम ही हिन्दू नामी है,,.

तेरी मा का सर छिन्न भिन्न तू हँसता है ,,,

निज मा का विधबा पन भी तुझको जचता है,,

,शर्म शर्म तुझपे तेरा हो गया नाश क्यो नही,,,

।लाखो लानत तुझपे तेरी रुक गई सांस क्यो नही ,,

,यह हम वीरो की दम है,

जो पय पान सिंहनी का करते,,

आरी आँखे उठी नही कि अंगारों से उनको भरते..

हम मूछ धर्म पर मरने बाले,,

मा का सौदा कभी न करते ,,,

अपनी तो अपनी हम दुसरो कि मा का भी आदर करते ,,,

गर कुद्रस्तीगई मा दामन पे,,

हम आग लगा देंगे तेरे घर मे,,

सर काट काट रण पाटेंगे,,

अमरीका को हम बाटेंगे,,

हे तुच्छ जीव हे तुच्छ प्राण,,

कर लो अपना तुम समाधान,,

दुश्मन के लिए बनेगे हम लव कुश,,

ये कायर अंग्रेजी टोनी बुश


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